Friday, October 2, 2020

Shloka with 16 beautiful Names of Bhagwan Shree Vishnu Ji

 "पुरुषोत्तम मास"

भगवान विष्णु के १६ नामों का एक छोटा श्लोक प्रस्तुत कर रहा हूं ।  इसमें मनुष्य को किस किस अवस्थाओं में भगवान विष्णु को किस किस नाम से स्मरण करना चाहिए, इसका उल्लेख किया गया है :-

*औषधे चिंतयते विष्णुं ,*

*भोजन च जनार्दनम |*

*शयने पद्मनाभं च*

*विवाहे च प्रजापतिं ||*

*युद्धे चक्रधरं देवं*

*प्रवासे च त्रिविक्रमं |*

*नारायणं तनु त्यागे*

*श्रीधरं प्रिय संगमे ||*

*दु:स्वप्ने स्मर गोविन्दं*

*संकटे मधुसूदनम् |*

*कानने नारसिंहं च*

*पावके जलशायिनाम ||*

*जल मध्ये वराहं च*

*पर्वते रघुनन्दनम् |*

*गमने वामनं चैव*

*सर्व कार्येषु माधवम् |*

*षोडश एतानि नामानि*

*प्रातरुत्थाय य: पठेत ।*

*सर्व पाप विनिर्मुक्ते,*

*विष्णुलोके महियते ।।*

(१) औषधि लेते समय - विष्णु ;

(२) भोजन के समय - जनार्दन ;

(३) शयन करते समय - पद्मनाभ :

(४) विवाह के समय - प्रजापति ;

(५) युद्ध के समय - चक्रधर ; 

(६) यात्रा के समय - त्रिविक्रम ;

(७) शरीर त्यागते समय - नारायण; 

(८) पत्नी के साथ - श्रीधर ;

(९) नींद में बुरे स्वप्न आते समय - गोविंद ;

(१०) संकट के समय - मधुसूदन ;

(११) जंगल में संकट के समय - नृसिंह ;

(१२) अग्नि के संकट के समय - जलाशयी ;

(१३) जल में संकट के समय - वाराह ;

(१४) पहाड़ पर संकट के समय - रघुनंदन;

(१५) गमन करते समय - वामन; 

(१६) अन्य सभी शेष कार्य करते समय - माधव

*हरे राम् हरे राम् राम् राम् हरे हरे*

*हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे*

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